गुरुवार, २२ जानेवारी, २०१५

ज्योतिर्लिंग

8- त्र्यंबकेश्वर
यह ज्योतिर्लिंग गोदावरी नदी के करीब महाराष्ट्र
राज्य के
नासिक जिले में स्थित है। इस ज्योतिर्लिंग के सबसे
अधिक
निकट ब्रह्मागिरि नाम का पर्वत है। इसी पर्वत से
गोदावरी नदी शुरूहोती है। भगवान शिव का एक नाम
त्र्यंबकेश्वर भी है। कहा जाता है कि भगवान शिव
को गौतम
ऋषि और गोदावरी नदी के आग्रह पर
यहां ज्योतिर्लिंग रूप में
रहना पड़ा।
9- वैद्यनाथ
श्री वैद्यनाथ शिवलिंग का समस्त
ज्योतिर्लिंगों की गणना में नौवां स्थान
बताया गया है।
भगवान श्री वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग का मन्दिर जिस
स्थान
पर अवस्थित है, उसे वैद्यनाथ धाम कहा जाता है। यह
स्थान
झारखण्ड प्रान्त, पूर्व में बिहार प्रान्त के संथाल
परगना के
दुमका नामक जनपद में पड़ता है।
10-नागेश्वर ज्योतिर्लिंग
यह ज्योतिर्लिंग गुजरात के बाहरी क्षेत्र में
द्वारिका स्थान
में स्थित है। धर्म शास्त्रों में भगवान शिव नागों के
देवता है
और नागेश्वर का पूर्ण अर्थ नागों का ईश्वर है। भगवान
शिव
का एक अन्य नाम नागेश्वर भी है। द्वारका पुरी से
भी नागेश्वर ज्योतिर्लिंग की दूरी 17 मील की है। इस
ज्योतिर्लिंग की महिमा में कहा गया है
कि जो व्यक्ति पूर्ण
श्रद्धा और विश्वास के साथ यहां दर्शनों के लिए
आता है
उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
11- रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग
यह ज्योतिर्लिंग तमिलनाडु राज्य के रामनाथ पुरं
नामक
स्थान में स्थित है। भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में
से एक
होने के साथ-साथ यह स्थान हिंदुओं के चार धामों में से
एक
भी है। इस ज्योतिर्लिंग के विषय में यह मान्यता है,
कि इसकी स्थापना स्वयं भगवान श्रीराम ने की थी।
भगवान
राम के द्वारा स्थापित होने के कारण ही इस
ज्योतिर्लिंग
को भगवान राम का नाम रामेश्वरम दिया गया है।
12-घृष्णेश्वर मन्दिर
घृष्णेश्वर महादेव का प्रसिद्ध मंदिर महाराष्ट्र के
संभाजीनगर
के समीप दौलताबाद के पास स्थित है। इसे घृसणेश्वर
या घुश्मेश्वर के नाम से भी जाना जाता है। दूर-दूर से
लोग
यहां दर्शन के लिए आते हैं और आत्मिक शांति प्राप्त
करते हैं।
भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से यह अंतिम
ज्योतिर्लिंग है। बौद्ध भिक्षुओं द्वारा निर्मित
एलोरा की प्रसिद्ध गुफाएं इस मंदिर के समीप स्थित
हैं।
यहीं पर श्री एकनाथजी गुरु व श्री जनार्दन महाराज
की समाधि भी है।

कोणत्याही टिप्पण्‍या नाहीत:

टिप्पणी पोस्ट करा